कोरोना वैक्सीन पर डॉ. हर्षवर्धन ने दी बेहद महत्वपूर्ण जानकारी

कोरोना वैक्सीन पर डॉ. हर्षवर्धन ने दी बेहद महत्वपूर्ण जानकारी

सेहतराग टीम

कोरोना वायरस का संक्रमण दुनियाभर में फैला हुआ है। इससे छुटकारा पाने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक वैक्सीन विकसित करने के लिए तेजी से काम पर लगे हुए हैं। हालांकि दुनिया के कई देशों में कई कोरोना वैक्सीन पर काम चल रहा है जो सफलता के काफी करीब हैं। इसी बीच भारत के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी जानकारी दी है। दरअसल उन्होंने बताया कि देश में कोरोना की वैक्सीन कबतक आएगी?

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आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना की वैक्सीन विकसित करने के लिए खोज जारी है। उन्होंने कहा कि देश में तीन वैक्सीन कैंडिडेट हैं, जो क्लिनिकल ट्रायल में हैं। हमें उम्मीद है कि साल 2021 की पहली तिमाही के भीतर देश में कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध होगी।

इस बात से उम्मीद नजर आ रही है कि जनवरी से मार्च के बीच देश में वैक्सीन लॉन्च हो जाएगी। डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड वैक्सीन से जुड़ी हर अपडेट को लेकर एक ऑनलाइन पोर्टल भी लॉन्च किया गया है। हर कोई उस पोर्टल पर ऑनलाइन जा सकेगा और इस तरह के टीकों की प्रगति, कार्यक्रम आदि के बारे में चल रहे तमाम अनुसंधान, वैक्सीन के विकास और नैदानिक परीक्षणों से संबंधित तमाम जानकारी देख सकेंगे। 

डॉ. हर्षवर्धन ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद भवन में 100 साल की टाइमलाइन जारी करते हुए कहा कि आईसीएमआर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। आईसीएमआर की टाइमलाइन जारी करना मेरे लिए सम्मान की बात है। इससे जुड़े वैज्ञानिकों का योगदान अविस्मरणीय है। यह वर्तमान और भविष्य के वैज्ञानिकों को प्रेरित करने का काम करेगा। 

देश में वैक्सीन कबतक आएगी, इस विषय पर डॉ. हर्षवर्धन ने देश में सफलता के करीब पहुंचे तीन वैक्सीनों की चर्चा करते हुए कहा कि साल 2021 की पहली तिमाही में देश में वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है। ऐसा होता है तो कोरोना संक्रमण की बढ़ते संक्रमण के बीच यह बड़ी राहत की बात होगी। 

मालूम हो कि आईसीएमआर के सहयोग से ही भारत बायोटेक कंपनी स्वदेसी कोरोना वैक्सीन COVAXIN बना रही है। एक अन्य भारतीय कंपनी जायडस कैडिला ने भी जायकोव-डी नाम से वैक्सीन विकसित की है, जो सफलता के करीब है। वहीं, ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को भारतीय कंपनी सीरम इंस्टिट्यूट 'कोविशील्ड' नाम से लॉन्च करेगी।

 

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